GAY SEX STORY: मस्त जवान चुदारी, फट गई गाण्ड बेचारी 2

जवान दोस्त ने गाण्ड सुजाई 2

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Part 1

अब उसने अपने लण्ड पर कॉण्डम चढ़ाया और मुझे घोड़ी बनने के लिए कहा | मैंने पोजीशन ले ली और उसने मेरे गाण्ड के छेद को फैलाते हुए उस पर बहुत सारा थूक दिया और अपना लण्ड फिराते हुए जोरदार झटका मारा जिससे उसका टोपा मेरी गाण्ड में घुस गया | मुझे तारे दिखाई दे गए | मुझे बहुत ज्यादा दर्द हुआ | मेरी चीख निकल गई उसने तुरंत मेरे गाण्ड पर एक जोरदार चांटा मारा और बोला भैया ज्यादा चिल्लाओ मत पड़ोसी लोग जाग जाएंगे |

           उसने  और एक जोरदार धक्का मार के अपना आधा लण्ड मेरी गाण्ड  में घुसेड दिया | मेरी गाण्ड  में तरतरी छूटने लगी ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने तलवार से मेरे गाण्ड  के दो हिस्से कर दिए हो | मैं घोड़ी बनते हुए खड़ा हो गया और आगे की ओर भागा लेकिन मनीष भी पीछे से आगे की ओर भागा | उसने मेरी कमर को कस कर पकड़ रखा था जिससे हमारा मिलन अधूरा ना छूट जाए | मैं दीवार से जाकर चिपक गया और मनीष मेरे पीछे ही अपना आधा लण्ड मेरी गाण्ड  में घुसाए खड़ा रहा और मौका देखते ही उसने एक जोरदार धक्का मार कर अपना पूरा 8 इंच का लण्ड मेरी गाण्ड  में उतार दिया | मैं दर्द से तड़प रहा था लेकिन चिल्ला नहीं सकता था | मैंने उसे कहा थोड़ी देर ऐसे ही रहो वह ऐसे ही मेरे हाथों में अपने हाथ डालकर पीछे से मेरे गर्दन को चूमने लगा |

              आगे से मेरी छाती और मेरे पेट पर मुझे दीवार की ठंडक महसूस हो रही थी और पीछे से मेरी पीठ, कमर और मेरी गाण्ड  पर मुझे मनीष के बदन की गर्मी महसूस हो रही थी | उसने मुझे दीवार पर सटाए हुए ही धीरे-धीरे चोदना चालू कर दिया | वह मेरी कमर को जकड़े हुए था |

              वह पीछे से ही मेरे कंधे और होठों को चूस रहा था और पीछे से ही अपने बड़े लण्ड से मेरी नाजुक सी गाण्ड को फाड़ रहा था | वह मेरी कमर को पकड़ कर पीछे से मुझे खप खप खप चोद रहा था, और मैं अपने दोनों हाथों को दीवार पर लगाए झुक कर खड़ा था |

           अब हमने पोजीशन बदली उसने मुझे कमर के बल लिटा दिया और मेरी टांगे फैला कर मेरे हाथों में रख दी और एक ही बार में अपना पूरा 8 इंच का मूली जैसा लण्ड मेरे गाण्ड  में उतार दिया | मैं छटपटा उठा, दर्द के मारे मेरी चीख निकल गई और मैं बेहोश होने को आया | इस बार उसकी भी चीख निकल गई उसने मुझसे कहा की भैया आपकी गाण्ड  भट्टी की जैसी गरम है और उसके भयंकर धक्के शुरू हो गए | वह मुझे तेज तेज चोदने लगा और मैं उसके नीचे दबने लगा | मैंने मन ही मन ठान लिया था कि आज इस बाँके जवान को पूरी तरह से संतुष्ट करके ही रहूंगा |

           मैंने उसकी मसल्स को पकड़ लिया और उसके नीचे सरकते हुए उसके लण्ड से चुदने लगा | उसके लण्ड का हर एक धक्का मेरी गाण्ड  को  फाड़ते हुए मेरी पेट की आंत तक जाकर लग रहा था | जिससे मुझे मीठा-मीठा दर्द हो रहा था | उसने मेरी आंखों में देखते हुए मुझसे पूछा मजा रहा है ? मैंने भी कहाबहुत ज्यादा मजा रहा है भाई |”

              वह तुरंत मेरे ऊपर झुका और मेरे होठों पर अपने होंठ रख दिए और चूसने लगा | उसने पहली बार अपने जीभ अपने मुंह से निकाल कर मेरे मुंह में डाल दी मुझे उसकी यह अदा बहुत अच्छी लगी | उसने  मेरा मुंह खोला और अचानक से मेरे मुंह में थूक दिया और फिर से अपनी जीभ मेरे मुंह में उतार कर अपनी जीभ से मेरे मुंह को चोदने लगा | अब मैं दोनों तरफ से मनीष से चूद रहा था नीचे से मेरी गाण्ड  उसके लण्ड की सेवा कर रही थी और उसकी जीभ  मेरे मुंह को तलाश रही थी | हमारी दमदार चुदाई  को कंडोम बर्दाश्त नहीं कर पाया और वह फट गया |

      15 मिनट इस पोजीशन में चोदने के बाद वह सीधा लेट गया और लण्ड तान कर सीधा कर दिया | उसने मुझे इशारा किया की आओ बैठ जाओ | मैं भी बिना देर किए सट से उसके लण्ड के ऊपर बैठ गया | उसका गिला लण्ड मेरी चोडी  हो चुकी गाण्ड  में एक ही झटके में पूरा अंदर तक समा गया | अब मैं उसके लण्ड पर उछलने लगा धीमे-धीरे और तेज तेज कूदने लगा कमर हिलाने लगा इससे उसको बहुत मजा रहा था | जब मैं कमर को गोल गोल घूमाता था तब  उसकी आंखें अपने आप बंद हो जाती थी | मैंने आज उसे जन्नत दिखा दी थी |

        मैं कभी उसकी मजबूत चौड़ी छाती को सहलाता, कभी उसके कंधों पर कंधों को चटता,  कभी उसकी मसल्स को सहलाता | 10 मिनट उसके लण्ड पर उछल कूद करने के बाद मैं थक गया और मैं बिना लण्ड निकल ही करवट ले ली और वह इसी पोजीशन में मुझे लेटे-लेटे ही चोदता रहा | उसका हर एक झटका मुझे थप थप थप करके बहुत जोर से मेरी गाण्ड  पर उसकी कमर टकरा रही थी आवाज रही थी |

                   अब उसने मुझे उल्टा पेट के बल लेटा दिया और मेरे पोन को फैला कर मेरा छेद देखने लगा जो पूरी तरह से खुल गया था | वह उसको देखकर पागल हो गया उसने उस बड़े से छेद में एक बार थूका और पूरा लण्ड एक बार में उस छेद में उतार दिया | मैं दर्द से तड़प उठा वह तेज तेज मुझे चोदने लगा और अपना पूरा शरीर मेरे ऊपर गिरा दिया | मैं उसके शरीर के नीचे दब गया और जोर-जोर से धक्के खाने लगा | मैं उसके मनोरंजन का साधन बन गया था वह मुझे जैसे चाहे खेल रहा था | उसने अपने दोनों हाथ से मेरे दोनों हाथ पकड़ लिए और पूरा मेरे ऊपर लेट कर मुझे चोदने लगा |

            हम दोनों के हाथ एक दूसरे से मिले हुए थे और वह पीछे से मेरे कंधे और कान के बीच वाली जगह को चूम रहा था, चाट रहा था | हम दोनों के सासे बहुत तेजी से चल रही थी वह पूरी ताकत से मेरे गाण्ड  को चोदने में लगा हुआ था मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरी गाण्ड  कोई हाईवे हो जिस पर उसकी गाड़ी फुल स्पीड में चल रही हो |

      अब उसने मुझे एक बार फिर से पलटाया मेरी टांगे उठाकर अपने कंधे पर रखी और मुझे चोदने लगा | नीचे से वह इतना सुंदर दिख रहा था, उसकी बॉडी बहुत सुंदर दिख रही थी |वह लगातार मेरे निप्पल दबा दबा कर उनको चूस रहा था, मेरे होंठ चूम रहा था और मेरी गाण्ड  भी चोद रहा था | उस सेक्स के भुक्कड़ चुदारी को आज मेरे जैसा माल मिला था | वह मुझे कहां छोड़ने वाला था वह मेरा पूरा रस आज पीकर ही जाने वाला था | अब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उससे पूछ लिया किकितना समय और लगेगा ?” उसने कहा किआपको जितना चाहिए मैं उतना दे सकता हूं |”

        फिर मैंने कहा किठीक है थोड़ी देर और कर लो” |  वह मुझे इसी पोजीशन में 15 मिनट तक लगातार चोदता रहा फिर मुझसे रहा नहीं गया  और मैंने उसे चिल्ला कर कहाकि नहीं अब निकाल दो |”  लेकिन वह नहीं माना अब वह मुझे जबरदस्ती खेल रहा था | उसने मुझे उल्टा लिटाया और मेरी गाण्ड  को अपने दोनों हाथों से चोडी करके अपना हल्लभी लण्ड एक बार में उतार दिया और जोर-जोर से धक्के लगाने लगा | मुझे दर्द हो रहा था मै दर्द से कराह रहा था | मैं मना कर रहा था, मैं तड़प रहा था लेकिन उस जालिम पर कोई असर नहीं पड़ रहा था | वह लगातार मुझे अलग-अलग पोजीशन में चोदे जा रहा था |

         अंत में वह तेज तेज अचानक से  हाफने लगा और उसके धक्के लगातार बढ़ गए | उसका लण्ड मेरे गले तक लग रहा था | वह उठा और मुझे सीधा  लिटाया और मेरे मुंह के पास लण्ड करके उसकी मुठ  मारने लगा | उसे तेज तेज हिलाने लगा और एक जोर की चिंघाड़ के साथ उसने मेरा मुंह खोल अपना वीर्य मेरे मुंह में डाल दिया | उसका बहुत सारा वीर्य निकला था जो की 2 मिनट तक निकलता ही रहा |

          फिर मैंने उसके लण्ड को दबाकर खींचकर उसकी आखिरी बूंद भी अपने मुंह में निकलवाली और उसे दिखाते हुए उसकी आंखों में आंखें डाल कर देखते हुए सारा वीर्य गटक गया | यह देखकर वह खुश हो गया और नीचे झुक कर मुझे किस किया और गले से लगा लिया | वह बाथरुम गया और लण्ड साफ करके गया | फिर मैं भी बाथरुम गया मेरी दो उंगलियां मेरी गाण्ड  में बिना दर्द के जा रही थी | उसने इतना चौड़ा कर दिया था की मेरी गाण्ड  पूरी तरह से फट चुकी थी |

          मैं वापस आकर बिस्तर पर उसके बगल में लेट गया वह फिर से मुझसे चिपक गया और उसने मुझसे कहा कीभैया आपके बदन और गाण्ड  में अलग ही गर्मी है, आज तक इतनी चुते और गाडे मे मारी है | लेकिन आप जितना मजा आज तक कभी नहीं आया | हर कोई 5 मिनट 10 मिनट के बाद मुझे मना कर देता है | और मुझे हाथ से हिला कर खाली करना पड़ता है | लेकिन आपने मुझे पूरी तरह संतुष्ट कर दिया है |” मैं भी उसके सेक्सी बदन से चिपकते हुए उसे किस किया और उससे कहा किशेर को संतुष्ट कोई बकरी का बच्चा नहीं कर सकता, शेर को संतुष्ट केवल शेर कर सकता है |”

          मैं उसके पास ही सो गया लेकिन वह कहां मानने वाला था रात को फिर से उसने एक बार मेरी चुदाई करी और सुबह उठकर भी अपना मुसल लोड़ा मुझे चुसवाया और अपना वीर्य मुझे पिलाया | सुबह उठते ही उसने मेरे लिए चाय बनाई और करीब 10:00 के लगभग मैं वहां से निकल गया |



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